क्षितिज क्लास 10 हिंदी

यह दंतुरित मुसकान

नागार्जुन

यह दंतुरित मुसकान
मृतक में भी डाल देगी जान
धूलि-धूसर तुम्हारे ये गात
छोड़कर तालाब मेरी झोंपड़ी में खिल रहे जलजात
परस पाकर तुम्हारा ही प्राण,
पिघलकर जल बन गया होगा कठिन पाषाण



इसकवितामेंकविएकऐसेबच्चेकीसुंदरताकाबखानकरताहैजिसकेअभीएक——दोदाँतहीनिकलेहैं;अर्थात बच्चा छ: से आठ महीने का है।जबऐसाबच्चाअपनीमुसकानबिखेरताहैतोइससेमुर्देमेंभीजानआजातीहै।बच्चेकेगालधूलसेसनेहुएऐसेलगरहेहैंजैसेतालाबकोछोड़करकमलकाफूलउसझोंपड़ीमेंखिलगयाहो।कविकोलगताहैकिबच्चेकेस्पर्शकोपाकरहीसख्तपत्थरभीपिघलकरपानीबनगयाहै।

छू गया तुमसे कि झरने लग पड़े शेफालिका के फूल
बाँस था कि बबूल?
तुम मुझे पाए नहीं पहचान?
देखते ही रहोगे अनिमेष!
थक गए हो?
आँख लूँ मैं फेर?

कविकोऐसालगताहैकिउसबच्चेकेनिश्छलचेहरेमेंवहजादूहैकिउसकोछूलेनेसेबाँसयाबबूलसेभीशेफालिकाकेफूलझरनेलगतेहैं।बच्चाकविकोपहचाननहींपारहाहैऔरउसेअपलकदेखरहाहै।कविउसबच्चेसेकहताहैकियदिवहबच्चाइसतरहअपलकदेखते——देखतेथकगयाहोतोउसकीसुविधाकेलिएकविउससेआँखेंफेरलेगा।



क्या हुआ यदि हो सके परिचित न पहली बार?
यदि तुम्हारी माँ न माध्यम बनी होती आज
मैं न पाता जान
धन्य तुम, माँ भी तुम्हारी धन्य!
चिर प्रवासी मैं इतर, मैं अन्य!
इस अतिथि से प्रिय तुम्हारा क्या रहा संपर्क

कविकोइसबातकाजराभीअफसोसनहींहैकिबच्चेसेपहलीबारमेंउसकीजानपहचाननहींहोपाईहै।लेकिनवहइसबातकेलिएउसबच्चेऔरउसकीमाँकाशुक्रियाअदाकरनाचाहताहैकिउनकेकारणहीकविकोभीउसबच्चेकेसौंदर्यकादर्शनकरनेकासौभाग्यप्राप्तहुआहै।कवितोउसबच्चेकेलिएएकअजनबीहै,परदेसीहैइसलिएवहखूबसमझताहैकिउससेउसबच्चेकीकोईजानपहचाननहींहै।

उँगलियाँ माँ की कराती रही हैं मधुपर्क
देखते तुम इधर कनखी मार
और होतीं जब कि आँखें चार
तब तुम्हारी दंतुरित मुसकान
मुझे लगती बड़ी ही छविमान!

बच्चाअपनीमाँकीउँगलीचूसरहाहैतोऐसालगताहैकिउसकीमाँउसेअमृतकापानकरारहीहै।इस बीच वह बच्चा कनखियों से कवि को देखता है।जबदोनोंकीआँखेंआमनेसामनेहोतीहैंतोकविकोउसबच्चेकीसुंदरमुसकानकीसुंदरताकेदर्शनहोजातेहैं।



अभ्यास

प्रश्न1:बच्चेकीदंतुरितमुसकानकाकविकेमनपरक्याप्रभावपड़ताहै吗?

उत्तर:कविउसबच्चेकीदंतुरितमुसकानसेअंदरतकआह्लादितहोजाताहै।उसेलगताहैउसमुसकाननेकविमेंएकनएजीवनकासंचारकरदियाहै।उसेलगताहैकिवहउसबच्चेकीसुंदरताकोदेखकरधन्यहोगयाहै।

प्रश्न2:बच्चेकीमुसकानऔरएकबड़ेव्यक्तिकीमुसकानमेंक्याअंतरहै吗?

उत्तर:बच्चे की मुसकान हमेशा निश्छल होती है।बड़ों की मुसकान में कई अर्थ छिपे हो सकते हैं।कभी——कभीयहमुसकानकुटिलहोसकतीहै,तोकभीकिसीउम्मीदसेभरीहोसकतीहै।ऐसाबहुतकमहोताहैकिकिसीवयस्ककीमुसकानउतनीनिश्छलहोजितनीकिकिसीबच्चेकी।

प्रश्न3:कविनेबच्चेकीमुसकानकेसौंदर्यकोकिन——किनबिंबोंकेमाध्यमसेव्यक्तकियाहै吗?

उत्तर:कविनेबच्चेकीमुसकानकेसौंदर्यकोव्यक्तकरनेकेलिएप्राणदायी,कमलकेफूल,इत्यादिबिंबोंकाप्रयोगकियाहै।

प्रश्न 4: भाव स्पष्ट कीजिए:

  1. छोड़कर तालाब मेरी झोंपड़ी में खिल रहे जलजात।

    उत्तर:बच्चेकेधूलधूसरितगालोंकोदेखकरकविकोलगताहैकितालाबकोछोड़करकमलकाफूलउसझोंपड़ीमेंखिलगयाहो।
  2. छू गया तुमसे कि झरने लग पड़े शेफालिका के फूल
    बाँस था कि बबूल?

    उत्तर:कविकोऐसालगताहैकिउसबच्चेकेनिश्छलचेहरेमेंवहजादूहैकिउसकोछूलेनेसेबाँसयाबबूलसेभीशेफालिकाकेफूलझरनेलगतेहैं।


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