10इतिहास

फ्रांसीसी क्रांति के पहले की स्थिति

अठारहवींसदीकेमध्यकालमेंयूरोपमेंवैसेराष्ट्रनहींहुआकरतेथेजैसाहमआजजानतेऔरसमझतेहैं।आजकेजर्मनी,इटलीऔरस्विट्जरलैंडकईसूबों,प्रांतोंऔरसाम्राज्योंमेंविभाजितथे।हरहिस्सेकाशासकअपनेआपमेंस्वतंत्रहुआकरताथा।पूर्वीऔरमध्ययूरोपमेंकईशक्तिशालीराजाथेजिनकेअधीनअलगअलगतरहकेलोगरहाकरतेथे,जिनकीकोईसाझापहचाननहींहोतीथी।उनमेंकेवलएकहीसमानताथीतोवहथीकिसीएकखासशासककेप्रतिसमर्पण।



राष्ट्रों के उदय के कारण और प्रक्रिया

अभिजातवर्ग

यूरोपीयमहाद्वीपमेंहमेशासेहीसामाजिकऔरराजनैतिकतौरपरजमीनसेसंपन्नकुलीनवर्गप्रभावशालीहुआकरताथा।क्षेत्रीयविविधताकेबावजूदकुलीनवर्गकेलोगोंकीजीवनशैलीएकजैसीहोतीथी।यह जीवन शैली उन्हें एक सूत्र में पिरोये रखती थी।उनकीजागीरेंगांवोंमेंहोतीथीं,लेकिनउनकेआलीशानभवनशहरोंमेंहोतेथे।शादियोंकेबंधनकेद्वारावेआपसमेंसंबंधबनायेरखतेथे।अपनीएकखासपहचानबनायेरखनेऔरकूटनीतिकसंबंधबनायेरखनेकेउद्देश्यसेवेफ्रेंचभाषाबोलतेथे।

यहअभिजातवर्गसंख्याबलमेंछोटाथालेकिनसत्तासेसंपन्नथा।आबादी का अधिकांश हिस्सा किसानों से भरा हुआ था।पश्चिमीयूरोपमेंअधिकतरजमीनपरकाश्तकारऔरछोटेकिसानखेतीकरतेथे।पूर्वीऔरकेंद्रीययूरोपमेंबड़ी——बड़ीजागीरेंहोतीथींजहाँकामकरनेकेलियेदासोंकोरखाजाताथा।

मध्यम वर्ग का उदय

पश्चिमीऔरकेंद्रीययूरोपकेकुछभागोंमेंउद्योगधंधेफलनेफूलनेलगे।इसकेपरिणामस्वरूपशहरोंकाविकासहुआऔरउनशहरोंमेंएकनयेसामाजिकवर्गकाउदयहुआ।उसनयेवर्गकाजन्मबाजारकेलियेउत्पादनकीमंशासेहुआथा,लेकिनइससेसमाजमेंनयेसमूहोंऔरवर्गोंकाजन्महुआ।इसनयेसमूहमेंएकवर्गमजदूरोंकाथाऔरदूसरामध्यमवर्गका।उद्योगपति,व्यापारीऔरव्यवसायीउसमध्यमवर्गकेमुख्यभागथे।इसीमध्यमवर्गकेमाध्यमसेराष्ट्रीयएकताकीभावनाकोरूपमिलनेलगा।



उदार राष्ट्रवाद की भावना

उन्नीसवींसदीकेशुरुआतीदौरमेंयूरोपमेंराष्ट्रवादकीभावनाऔरउदारवादकीभावनामेंगहरातालमेलथा।नयेमध्यमवर्गकेलियेउदारवादकीजड़मेंव्यक्तिकीस्वतंत्रताऔरसमानअधिकारकीभावनाएँथीं।यदिराजनैतिकदृष्टिकोणसेदेखाजाएतोउदारवादकीभावनानेहीआमसहमतिसेशासनकेसिद्धांतकोबलदियाहोगा।उदारवादकीभावनानेतानाशाहीऔरवंशानुगतविशेषाधिकारोंकाअंतकियाहोगा।इससेएकसंविधानकीआवश्यकतामहसूसहोनेलगी,औरप्रतिनिधित्वपरआधारितसरकारकीआवश्यकताभीमहसूसहोनेलगी।इसीकालमेंउदारवादियोंद्वारासंपत्तिकीअक्षुण्णताकीबातपक्केतौररखीजानेलगी।

मताधिकार

मताधिकारकेलियेफ्रांसकेलोगोंकोलंबासंघर्षकरनापड़ाथा।मत देने का अधिकार हर नागरिक को नहीं मिला था।क्रांतिकेशुरुआतीदौरमेंकेवलउनपुरुषोंकोमताधिकारमिलाथाजिनकेपाससंपत्तिहोतीथी।हरवयस्कपुरुषकोजैकोबिनक्लबोंकेदौरमेंथोड़ेसमयकेलियेमताधिकारमिलाथा।लेकिननेपोलियनकोडनेफिरसेपुरानीव्यवस्थाबहालकरदीथी।महिलाओंऔरसंपत्तिविहीनपुरुषोंकोमताधिकारसेवंचितरखागयाथा।नेपोलियननेतोमहिलाओंकोनाबालिगकेसमानदर्जादेरखाथा।पूरीउन्नीसवींऔरबीसवींसदीकेशुरुतकइनलोगोंकोमताधिकारकेलियेसंघर्षकरनापड़ा।

आर्थिक क्षेत्र में उदारीकरण

नेपोलियनकोडकीएकऔरखासबातथीआर्थिकउदारीकरण।उससमयहालहीमेंपनपनेवालामध्यमवर्गआर्थिकउदारीकरणकेपक्षमेंथा।उन्नीसवींसदीकेपूर्वार्द्धमेंआधुनिकजर्मनीवालेभूभागमें39प्रांतथेजोकईछोटी——छोटीइकाइयोंमेंबँटेहुएथे।हरइकाईकीअलगमुद्राऔरमापतौलकीअलगप्रणालीथी।किसीव्यापारीकोएकभागसेदूसरेभागतकमाललेजानेकेलिएदसग्यारहचुंगीनाकाओंसेगुजरनापड़ताथाऔरहरनाकेपरलगभग5%चुंगीदेनीहोतीथी।अलग——अलगमापतौलप्रणालीकेकारणचुंगीकीराशितयकरनेमेंबड़ीउलझनहोतीथी।इससे आर्थिक गतिविधियों में खलल पड़ता था।

प्रसिया की पहल पर 1834 मेंजोवरलिन के कस्टम यूनियनका गठन हुआ।समयबीतनेकेसाथजर्मनीकेराज्यभीइसयूनियनमेंशामिलहोगये।चुंगीकीसीमाओंकोहटादियागयाऔरमुद्राओंकेप्रकारतीससेघटकरदोहोगये।इसीदौरानरेलनेटवर्ककाविकासहोनेसेआवगमनसरलहोगया।इसकेपरिणामस्वरूपएकतरहकेआर्थिकराष्ट्रवादकाविकासहुआजिसनेउससमयपनपरहीराष्ट्रवादकीभावनाकोबलदिया।



1815 के बाद एक नए रुढ़िवाद का जन्म

1815年सनमेंब्रिटेन,रूस,प्रसियाऔरऑस्ट्रियाकीसम्मिलितशक्तियोंनेनेपोलियनकोहरादिया।नेपोलियनकीहारकेबाद,यूरोपकीसरकारेंरुढ़िवादकीओरवापसलौटनाचाहतीथीं।रुढ़िवादियोंकामाननाथाकिसमाजऔरदेशकीपरंपरागतसंस्थाओंकासंरक्षणआवश्यकथा।वेचाहतेथेकिराजतंत्र,चर्च,सामाजिकढ़ाँचे,संपत्तिऔरपरिवारकेपुरानेढ़ाँचेबरकराररहें।लेकिनउनमेंसेअधिकांशलोगइसपक्षमेंथेकिप्रशासनकेक्षेत्रमेंनेपोलियनद्वारालायेगयेबदलावजारीरहें।उन्हेंलगताथाकिप्रशासनमेंसुधारसेपरंपरागतसंस्थाओंकोऔरबलमिलेगा।उनकामाननाथाकियूरोपकेराजतंत्रकोमजबूतबनानेकेलिएएककुशलप्रशासन,गतिशीलअर्थव्यवस्थाऔरसामंतवादतथादासताकाअंतजरूरीथा।

वियेनासंधि

यूरोप की नई रूपरेखा तय करने के लिए सन 1815 मेंब्रिटेन, रूस, प्रसिया और ऑस्ट्रिया(जोयूरोपियनशक्तिकेप्रतिनिधिथे)नेवियेनामेंएकमीटिंगकी।ऑस्ट्रियाकेचांसलरड्यूकमेटर्निकपरइसकांग्रेसकीमेहमाननवाजीकीजिम्मेदारीथी।इसमीटिंगमेंवियेनासंधिकाखाकातैयारकियागया,जिसकामुख्यलक्ष्यथानेपोलियनकेकालमेंहुएअधिकाँशबदलावोंकोबदलदेना।इससंधिकेअनुसारकईकदमउठाएगएजिनमेसेकुछनीचेदियेगयेहैं:

क्रांतिकारी

जियुसेपेमेत्सीनीएक इटालियन क्रांतिकारी था।उसका जन्म 1807 में हुआ था।वहकार्बोनारीकेसीक्रेटसोसाइटीकासदस्यबनगया।केवल24सालकीउम्रमेंउसेलिगुरियामेंक्रांतिफैलानेकीकोशिशमें1831मेंदेशनिकालादेदियागया।उसकेबादउसनेदोअन्यसीक्रेटसोसाइटीकागठनकिया।इनमेंसेपहलाथामार्सेयमेंयंगईटलीऔरफिरबर्नेमेंयंगयूरोप।मेत्सीनीकामाननाथाकिभगवाननेराष्ट्रकोमानवताकीनैसर्गिकइकाईबनायाहै।इसलिएउसेलगताथाकिइटलीकोछोटेछोटेराज्योंकेबेमेलसंगठनसेबदलकरएकलोकतंत्रबनानेकीआवश्यकताथी।मेत्सीनीकाअनुसरणकरतेहुएलोगोंनेजर्मनी,फ्रांस,स्विट्जरलैंडऔरपोलैंडमेंऐसीकईसीक्रेटसोसाइटीबनाई।रुढ़िवादियों के बीच मेत्सिनी का बड़ा खौफ था।

जबरुढ़िवादीताकतेंअपनीशक्तिकोऔरमजबूतकरनेमेंलगीथीं,उदारवादीऔरराष्ट्रवादीशक्तियाँक्रांतिकीभावनाकोअधिकसेअधिकलोगोंतकफैलानेकीकोशिशकररहीथीं।इनलोगोंमेंज्यादातरमध्यमवर्गकेअभिजातलोगथे;जैसेकिप्रोफेसर,स्कूलटीचर,क्लर्क,औरव्यवसायी।

फ्रांस में पहला उथल पुथल 1830 की जुलाई में हुआ।उदारवादीक्रांतिकारियोंनेबोर्बोनकेराजाओंकोगद्दीसेहटादिया।उसकेबादएकसंवैधानिकराजतंत्रकीस्थापनाहुईऔरलुईफिलिपकोउसकामुखियाबनायागया।जुलाईकीउसक्रांतिकेबादब्रसेल्समेंभीआक्रोशबढ़नेलगाजिसकेपरिणामस्वरूपनीदरलैंडकेयूनाइटेडकिंगडमसेबेल्जियमअलगहोगया।




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